उज्जैन। पवित्र नगरी उज्जैन में 14 से 16 फरवरी तक तीन दिवसीय वैश्विक यूनाइटेड कॉन्शियसनेस कॉन्क्लेव 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक आयोजन में एक चेतना, एक अस्तित्व विषय अंतर्गत 20 से अधिक देशों के व्यक्तियों, विचारकों, विद्वानों, आध्यात्मिक नेताओं और जीवन प्रशिक्षक एकजुट होंगे। हमारा लक्ष्य है कि देश और दुनिया में शांति की संस्कृति स्थापित हो। जिसमें एकता की भावना, कल्याण, सेवा, आध्यात्मिकता और योग, पारिस्थिति, शिक्षा और लोकतंत्र, समावेश और भागीदारी तथा स्थायी अर्थव्यवस्था जैसे विषय शामिल है। यह बात डॉ. विक्रांत सिंह तोमर, वैश्विक संयोजक, यूनाइटेड कॉन्शियसनेस ने प्रेस को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा यह युद्ध का युग नहीं है। हमें एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की बात को आत्मसात करना चाहिए। इस आयोजन के माध्यम से G20 मिशन का पालन करते हुए एक चेतना, एक अस्तित्व को बढ़ावा देना है।
यह कार्यक्रम आध्यात्मिक कल्याण और व्यक्तिगत विकास करेगा बल्कि वैश्विक स्तर पर एकता, समझ और करुणा को बढ़ावा देगा। यह आयोजन यूनाइटेड कॉन्शियसनेस, योगा विद्या-जर्मनी, यूरोपियन योगा फेडरेशन एवं अक्षरा किड्स अकादमी-उज्जैन द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसमें सहयोगी संस्थाओं में महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन, कालिदास संस्कृत अकादमी एवं विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन शामिल है।
14 फरवरी को कैलाश खेर की प्रस्तुति
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन अंतर्गत 14 फरवरी को पद्मश्री कैलाश खेर द्वारा विशेष संगीत संध्या एकात्म चेतना अनहद नाद का आयोजन किया जायेगा। यह आयोजन सायं 7:00 बजे कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन में किया जाएगा।
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