जैना ग्लोबल धार्मिक एवं पारमार्थिक न्यास का विधिवत हुआ गठन
उज्जैन। चरम तीर्थंकर श्री महावीरस्वामी परमात्मा के चरणों से तथा उनकी तपसाधना से पावन अवन्तिका-उज्जयिनी नगरी में स्थित श्री तपोभूमि तीर्थ में जिन शासन के इतिहास में शनिवार 21 दिसम्बर को एक साथ अनेक नूतन इतिहास का सृजन हो गया। जैन धर्म के वैश्विक महासंघ के रूप में श्री जैन धर्मसंघ-वैश्विक अर्थात् जैना ग्लोबल धार्मिक एवं पारमार्थिक न्यास का विधिवत गठन किया गया। साथ ही संस्थापक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के शपथ ग्रहण के साथ ही यह संकल्प पारित किया गया कि जैन धर्म के विश्वस्तरिय मुख्यालय का निर्माण इसी धन्यधरा पर किया जायेगा। संस्थापकों को शपथ ग्रहण उज्जैन के सुश्रावक श्री अभयकुमार सेठिया ने सम्पन्न करवाई।
पश्चात संस्थापक सदस्य श्री अजय गिरिया ने जैना ग्लोबल के विजन को बताते हुए इसके भविष्य के विशालतम स्वरूप की कल्पना को प्रस्तुत कर इस मिशन से जुडने के लिए प्रत्येक जैन बन्धु से आह्वान किया। संस्था के संस्थापक संयोजक डाॅ. सुरेश मेहता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि-यह संस्था शीघ्र ही न केवल देश-प्रदेश अपितु विश्वस्तर पर प्रत्येक जैन संघ-प्रत्येक जैन बन्धु को जोड़ने में एक सेतु का कार्य करेगी।
इस परिकल्पना के सूत्रधार ‘मैत्रीदूत‘ कमलकुमार जैन ने जैना ग्लोबल तथा मिशन-24 का विवरण देकर बताया कि वर्तमान युग की परिस्थिति को देखकर यह अब यह आवश्यक हो गया है कि हम अपनी-अपनी परम्पराओं का पालन अपने-अपने धर्मस्थल पर करते हुए सार्वजनिक रूप से हमें एक वैश्विक मंच पर आना ही होगा, अन्यथा वह दिन दूर नही जब हमें अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करना होगा।
उल्लेखनीय है कि देश के अनेक प्रान्तों, अनेक नगरों से तथा अनेक आचार्य भगवंतों के प्रतिनिधियों एवं अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, जैना ग्लोबल के राष्ट्रीय-प्रादेशिक, जिला-नगर संयाजको एवं उज्जैन जिले के विभिन्न संघों के अध्यक्ष आदि की गौरवशाली उपस्थिति में उपरोक्त ऐतिहासिक आयोजन का शुभारम्भ श्री णमोकार महामंत्र के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ प्रारम्भ हुआ। जैना ग्लोबल की 36 पृष्ठीय परिचायिका का विमोचन समस्त अतिथियों द्वारा किया गया। संस्था अध्यक्ष श्री विजय सुराणा ने सकल जैन संघ-समाज की एकजूटता को मूर्तरूप प्रदान करने का उद्घोष करते हुए इस संस्था के परम् संरक्षक के रूप मेे जुडने की घोषणा की। आपकी इस घोषणा ने आज पुनः मालवा के पेथड़शा, मेवाड़ के भामाशा की स्मृतियों का तरोताजा कर दिया। श्री सकल जैन समाज के अध्यक्ष श्री दिनेशजी जैन ने भी व्यक्तिगरूप से यह आश्वासन दिया कि वह इस योजना से श्री सकल जैन समाज-उज्जैन को जोडेगें।
श्री जैन विश्वभारती, लाडनू की दूरस्थ शिक्षा से जुडी तथा संस्था की संस्थापक राष्टीय संयोजिका सुश्राविका वीरबाला छाजेड़ ने अपने वक्तव्य में इस संस्था की आवश्यकता के साथ ही तथा जैन धर्म के मूल सिद्धान्तों का हमारे दैनिक जीवन के साथ समन्वय करते हुए एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया। मुम्बई वालकेश्वर से पधारे श्री दीपकभाई झवेरी ने अपने शौर्यपूर्ण उद्बोधन के साथ प्रतिनिधि के रूप में अपने गुरू भगवन्त के आशीर्वाद का उल्लेख किया।
उल्लेखनीय है कि इस सस्था के संस्थापक, अन्तराष्ट्रीय प्रचारक ने इस योजना को दुनियाभर के प्रत्येक जैन परिवार तक पहुंचाने हेतु तथा प्रत्येक जैन बन्धु के आंशिक सहयोग हेतु 1 रूपया-1 ईंट दान से लेकर परम संरक्षक के रूप में सवा करोड़ रूपये के दानदाता बनने की योजना को दुनियाभर के जैन जगत के समक्ष प्रस्तुत किया।
उपरोक्त आयोजन के मुख्य लाभार्थी श्री विजय सुराणा, श्री दिनेश जैन, सुपर फार्मा, श्री श्रवणकुमार-सौ. स्नेहलता सोगानी तथा लाभार्थी के रूप में श्री जयन्तिलाल फाफरिया, श्री संजय बापना का योगदान नींव के पत्थर के रूप में रहा। इस अवसर पर संस्था के राष्ट्रीय संयोजक-मीडिया प्रकोष्ठ के रूप डाॅ. राहुल कटारिया तथा डाॅ. सचिन कासलीवाल को एवं संस्था के राष्ट्रीय संयाजक- राजनिति प्रकोष्ठ के संयोजक के रूप में श्री राकेश जैन, दिल्ली को मनोनित किया गया। कार्यक्रम का प्रभावक संचालन श्री अशोक भण्डारी ने किया तथा आभार श्री दिनेश जैन ’सुपर फार्मा’ किया।
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