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साहित्य नव योजना का आधार-मनोज जैन


रतलाम। साहित्यिक संस्था अनुभूति का 48 स्थापना दिवस आज स्थानीय नरसिंह मंदिर रतलाम में मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि मनोज जैन मनोकामना थे। कार्यक्रम अध्यक्षता प्रणेश जैन थे विशिष्ट अतिथि प्रकाश त्रिवेदी रहे। प्रारंभ में भगवान नरसिंह के चित्र पर माल्यार्पण मुख्य अतिथि ने किया, पश्चात वहां पर उपस्थित कवियों ने संचालक श्री हरिशंकर भटनागर के संचालन में अपना अपना रचना पाठ किया।

कार्यक्रम के अंत में साहित्यकार श्री ओ पी मिश्र एवं वरिष्ठ कवि श्री जुझार सिंह भाटी का अभिनंदन मुख्य अतिथि एवं संस्था अध्यक्ष के हाथों से हुआ। अपने अतिथि उद्बोधन में श्री जैन ने कहा कि किसी संस्था का स्थापना करना जैसे पौधे को रोपने जैसा होता है प्रतिवर्ष इस पौधे की उम्र बढ़ाने के लिए संस्था के प्रत्येक सदस्य को अपना श्रम एवं सहयोग रूपी पानी ,पौधे को डालना पड़ता है, तब कहीं जाकर यह पौधा वृक्ष का रूप लेता है जैसा की आज अनुभूति संस्था का रूप है।

वर्तमान में नई पीढ़ी का रुझान साहित्यिक गतिविधियों में कम है इसे प्रभावशाली बनाकर सभी नव कोपलों को साहित्य के प्रति जागृत कर साहित्य लेखन से जोड़़ना है। कार्यक्रम के अंत में आभार वरीष्ठ साहित्यकार दिनेश जैन ने किया।

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