हुई हवा बीमार (नवगीत)
धूप -
छांव ढूंढती रही ।
पेड़ों के -
उजड़ गए घर ।
धूपों के -
बस गए नगर ।
प्यास -
कुएं ढूंढती रही ।
गर्मी के -
सजे बाज़ार ।
हुई हवा -
आज बीमार ।
लू -
हकीम ढूंढती रही ।
नदियां -
ढूंढें पानी को ।
भूलीं -
नाव रवानी को ।
नाव -
नदी ढूंढती रही ।
सन्नाटा -
कलरव लीला ।
गुमा आज -
समां रंगीला ।
कुहू -
बाग ढूंढती रही ।
-अशोक ' आनन ', मक्सी (म.प्र)
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