*भावना ठाकर |
छोटे से मोबाइल नाम के मशीन पर लगे शीशे के आरपार की आभासी दुनिया के किरदार हम, ना देखे ना जाने हुए इंसानों के अंदर खोजते है अपनापन। छोटे से मशीन में छुपा तो है पूरा ब्रह्मांड, कितना खंगालते है, कितना टटोलते है, मिल भी जाते है मीठे रंग बिरंगी हास्य में लिपटे अहसास। कोई अपना बन जाता है दो बातों के साथ, तो कोई छोड़ भी जाते है तूने मेरी पोस्ट पर लाइक क्लिक नहीं किया की छोटी सी बात पर। या वो मेरी पोस्ट पर नहीं आते तो मैं क्यूँ जाऊँ वाली सोच पर। क्या ये होती है दोस्ती ? यहाँ पर भी इंसान मतलब के ही रिश्ते बनाता है। पर सच का आईना है ये मशीन, इंसान की फ़ितरत से मुखातिब कराता बहुत कुछ सिखाता है। ज़िंदगी की आपाधापी से थक कर बोझिल पलों में सुकून के लम्हें चुनने झाँकते है हम शीशे के पार, काश कुछ एसा मिल जाएँ जो ज़िंदगी की आपाधापी में खुशहाली के रंग भर दें। कुछ भी कहो ये नशा है ज़हर से भी ज़हरिला, ना चखे बनता है ना छोड़े, एक बार हाथ में थाम लो जल्दी कहाँ छूटता है। थोड़ा ओर देख लूँ की ललक बढ़ती जाती है और बीत जाते है कई घंटे फालतू की माथापच्ची में और पड़े रहते है बहुत से काम, जो होते है मोबाइल की माया से होते है बहुत खास। बहुत सारे कामों को आसान बना दिया है मोबाइल ने कहीं जाना हो तो रास्ता ढूँढ कर देने से लेकर अंगूठा दबाते ही हर बात का जवाब गूगल दे देता है। पुराने दोस्तों से मिलवाता है हर एक छोटी बड़ी बात के लिए हम मोबाइल पर निर्भर हो गए है।
पर सौ बात की एक बात हरे बिंदु की आड़ में होते कई अनचाहे से भी काम ओर कांड, बच्चों को तो दूर ही रखिए मोबाइल है लालबत्ती के समान, चुपके-चुपके पलते है इसमें कई एप गंदगी के समान। ये शोश्यल मीडिया जितना उपयोगी है उतना ही ख़तरनाक भी, हंसाता भी है तो रुलाता भी है कई लड़कीयाँ और औरतें प्यार, इश्क, मोहब्बत के नाम पर छली जाती है। यहाँ फेंक आशिक आवारा और सेक्स के भूखे भेड़ियों की कमी नहीं। मैसेंजर की माया बड़ी कम्माल है। हाय हैलो और कैसे हो जी से शुरू होती मीठी मीठी चीकनी चुपड़ी बातों के जाल में फंसा कर अपना उल्लू सीधा करके निकल जाते है, और बुद्धु औरतें सर पिटती फिर रोती रहती है। अच्छी बात है बहुत सोच समझकर फेसबुक वालों ने ब्लॉक का ऑप्शन दिया है जिसमें बहुत कुछ दफ़न हो जाता है। कुल मिलाकर एक हद में रहकर मोबाइल का उपयोग बहुत सारी अच्छी बातें सिखाता है और विवेक से हटकर उपयोग बर्बाद भी कर सकता है। सावधानी हटी दुर्घटना घटी नियम यहाँ भी लागू होता है तो सावधान रहिए, सतर्क रहिए और कुछ असूल और नियम बनाकर मोबाइल के अच्छे गुणों का फायदा उठाईये।
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