*डॉ. प्रतिमा विश्वकर्मा 'मौली'
हे जन्मदाता
रग रग का नाता
भाग्य विधाता
सांस सांस में
मेरे जो है समाता
वो मेरे पापा
ऋण उनका
कौन है चुका पाता ?
वो तो हैं पिता
परमेश्वर
साकार रूप पाता
आपमें पापा
घर आपसे
मंदिर कहलाता
सच है बाबा
दर्द जिनके
कभी न जुबां आता
होते वो पिता
पितृ दिवस
हर दिन मनाना
भूल न जाना ..!!!
*कोटा,आमानाका, रायपुर (छत्तीसगढ)
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