इंदौर। सुप्रसिद्ध साहित्यकार व कवि सर्वेश चंदौसी जी का सोमवार तड़के दिल्ली में अस्पताल में हृदयगति रुकने से अकस्मात निधन हो गया है।71 वर्षीय चंदौसी जी के वर्ष 2020 के विश्व पुस्तक मेला में 99 किताबो का विमोचन हुआ था। जिसके लिए उन्हें विश्व कीर्तिमान भी प्राप्त हुआ था। हाल ही के कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने 20 किताब लिखकर पूर्ण कीं, जो अब प्रकाशनाधीन हैं। चंदौसी जी सरल स्वभावी और उम्दा ग़ज़लकार भी रहे।मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' ने कहा कि 'सर्वेश चंदौसी जी का आकस्मिक निधन हम सबके तथा देश की साहित्यिक बिरादरी के लिए अपूरणीय क्षति है।' उनके निधन पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन 'अविचल', राष्ट्रीय महासचिव कमलेश कमल सहित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ नीना जोशी, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, कार्यकारिणी सदस्य मुकेश मोलवा, मृदुल जोशी व हिन्दी योद्धा जलज व्यास, भावना शर्मा, नितेश गुप्ता, लक्ष्मण जाधव, गिरीश चावला, रश्मिलता मिश्रा, कमला ज़ीनत, अलका रानी अग्रवाल, उर्मिला शर्मा, डॉ मनीषा जैन, अंजू चौधरी, मंजुली प्रकाशन के सुमित भार्गव आदि तमाम सदस्यों ने गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। शब्द प्रवाह परिवार दिवंगत आत्मा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
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