*अशोक ' आनन '
मेरे तो -
रघुबीर हैं ।
मैं बाण -
दु: खों की खान ।
वो तीर हैं ।
मेरे तो -
रघुबीर हैं ।
मैं पीत - वर्ण -
धूल - कण ।
वो समीर हैं ।
मेरे तो -
रघुबीर हैं ।
मैं शुष्क - नैन -
विरह रैन ।
वो नीर हैं ।
मेरे तो -
रघुबीर हैं ।
मैं अबला - सूरत -
यौवन की मूरत ।
वो चीर हैं ।
मेरे तो -
रघुबीर हैं
*अशोक ' आनन ' ,मक्सी,जिला -शाजापुर ( म.प्र.)
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