हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अर्थात् रामराज्य की स्थापना - सद़्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे
दिल्ली । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा उत्तर भारत हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का आयोजन 22 से 24 नबम्बर तक भारत सेवाश्रम संघ दिल्ली में किया जा रहा है। हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री रमेश शिंदे के अधिवेशन की जानकारी देते हुए बताया कि अधिवेशन का उद्घाटन भारत सेवाश्रम संघ, दिल्ली के सचिव स्वामी आत्मज्ञानानंदजी महाराज, राजस्थान के निम्बार्क संप्रदाय के संत श्री राधे सरकार महाराज, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगलेजी, सनातन संस्था के धर्मप्रचारक संत पूजनीय प्रदीप खेमकाजी तथा हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत पूजनीय नीलेश सिंगबाळजी के शुभ करकमलों द्वारा दीपप्रज्वलन कर हुआ। हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगलेजी ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अर्थात् रामराज्य की स्थापना। रामराज्य के निर्माण में श्रीरामजी जैसे धर्मनिष्ठ राजा के साथ धर्मपरायण प्रजा भी होनी चाहिए। इसलिए भारत में हिंदू राष्ट्र के लिए आदर्श सात्त्विक प्रजा का निर्माण आवश्यक है। वर्तमान में हिंदू ही धर्म के बारे में भ्रमित हैं, शिक्षा पद्धति में बदलाव कर झूठे इतिहास को सिखाने के कारण आज का युवा देशप्रेम के अभाव से ग्रसित है। धर्म के अभाव के कारण आज का लोकतंत्र लूटतंत्र बन गया है। आज छद्म सेक्युलरवादी हिंदू विरोध को सेक्युलरवाद कह रहे है। वास्तव मे सनातन हिंदू धर्म ही विश्वकल्याण तथा मानवहित का विचार रखता है। इस कारण धर्माधिष्ठित हिंदू राष्ट्र बनने मे किसी सेक्युलरवादी का आक्षेप नहीं होना चाहिए! विद्यमान केंद्र सरकार ने साहस दिखाकर अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, ऐसे साहसी सरकार का अभिनंदन है। सद्गुरु पिंगलेजी ने उपस्थित हिन्दू वीरों का आवाहन करते हुए कहा कि, संवैधानिक तरीके से और अभ्यासपूर्ण पद्धति से जनमत निर्माण कर हिन्दू राष्ट्र लिए कटिबद्ध होना ही वर्तमान समय की मांग है। भारत सेवाश्रम संघ, दिल्ली, के सचिव स्वामी आत्मज्ञानानंदजी महाराजजी ने अपने सम्बोधन में कहा कि, हिन्दू कभी सांप्रदायिक नहीं था और ना ही हो सकता है क्योंकि हम सर्वे भवन्तु सुखिनः की बात करते हैं। आज यदि हमे हिन्दू राष्ट्र का स्वप्न साकार करना है तो हमे संगठित होकर एक ही छत के नीचे कार्य करते हुए कदम मिलाकर हिन्दू राष्ट्र की ओर बढ़ना होगा। शिन्दे ने बताया कि उद़्घाटन सत्र मंे धर्मप्रसारक पू. प्रदीप खेमका जी ने सनातन संस्था मे संस्थापक परापत्पर गुरु डॉ. आठवले जी के अधिवेशन हेतु भेजे संदेश का वाचन किया, तथा धर्मप्रसारक पू. नीलेश सिंगबाळजी ने अधिवेशन का उद्देश्य कथन किया। अधिवेशन में अतिथियों द्वारा अंग्रेजी सनातन पंचांग एंड्राइड एप्प तथा एप्पल एप्प का लोकार्पण भी किया गया।
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