*राम नारायण साहू 'राज'*
एक दिन हमने सब मिलकर ,गणेश बिठाने का विचार बनाये |
दूसरे दिन ही झाकी को , दुल्हन कि तरह सवारे तरह सजाये ||
एक सज्जन ने आकर बोले , क्यों भाई यहाँ क्या हो रहा है |
मेरे अंदाज से ,फिर कोई नया सूरज उदय हो रहा है ||
मैंने कहा -भाई साहब ,हम बुजर्गो के परम्परा को आगे बढ़ा रहे है |
यकीन करो हम चालीस वर्षो से झाकी में गणेश जी को बिठा रहे है ||
सज्जन गुस्से में बोले ,अभी तो आपकी उम्र बीस साल है |
मैंने प्यार से कहा - भाई साहब ये आपका कैसा सवाल है ||
आपको यकीन दिलाने के लिए ,पुराना फ़ाइल दिखा रहा हूँ |
पच्चीस साल तक पिताजी बिठाये ,पंद्रह सालो से मै बिठा रहा हूँ ||
सज्जन जाने लगे तो मै कहा ,गणेश जी का प्रसाद शाम को ले जाना |
आरती में आते वक्त ,दो चार पैसे चढाने के लिए ले आना ||
मुड़ते हुए सज्जन बोले - इस बात को रखुगा मै याद |
चंदा तुम कल ले लेना , तब देना मुझे प्रसाद ||
मैने कहा - अभी घर जाइये , कल झाकी में आइये |
कल झाकी में आने के लिए ,देर मत लगाइये ||
तीसरे दिन बड़े धूमधाम से ,गणेश जी को बिठाया गया |
आरती के पहले ,चालीस किलो का लड्डू हाथो में रखाया गया ||
सवेरे किसी ने मेरा दरवाजा पिटते कहा , क्यों राज भाई जग गए |
जो सज्जन को आज आना था , वो चंदा के चक्कर में बस्ती छोड़कर भाग गए ||
*राम नारायण साहू " राज "
सप्तमूर्ति मंदिर के पास, मुर्राभट्टी , गांधी नगर , गुढ़ियारी , रायपुर ( छत्तीसगढ़ ) - 492011
मोबाइल नंबर -+91 – 90399-02944
E-mail - rnsahu1984@gmail.com
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