*सुरेश शर्मा*
किसान के घर पैदा होकर भी,
बहुत बड़े बैरिस्टर कहलाएं वो ;
562 प्रांतों को एक सूत्र मे पिरोकर,
एकता की मिसाल बनाएं वो ।
तब जाकर युग- पुरुष कहलाएं वो।
सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की,
पदचिन्हों पर चलकर हमसब ;
चलो एकता की दौड़ लगाएं हम ।
उनकी सु-कृतियों की याद करके ,
उस लौह -पुरूष के समक्ष सर झुकाएं हम।
एक दिन हम मौन रहकर ,
शान्ति का दूत कहलाएं हम ;
उस युगपूरूष के नाम मे ।
जिन्होंने सिखाया हमे हमेशा ,
एकता को लक्ष्य बनाए हम ।
युग हमेशा याद रखेगा उनकी,
हमे एकता मे पिरोने की प्रचेस्टा को;
आओ सत- सत हम नमन करे उनको ।
और हमसब मिलकर आगे बढ़ाए उनकी,
महा- महान इस कार्य शैली को।
शाम, दाम,दंड ,भेद को आपनाकर ,
नयी मिशाल कायम करके ;
वो देश को आगे बढाए थें ।
हमारे हिन्दुस्तान को नई दिशा देकर
तब जाकर लौह पुरुष कहलाए थें ।
*सुरेश शर्मा,नूनमाटी,गुवाहाटी (आसाम )मो08811033471
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