*मोहित सोनी*
सफ़र
ज़िन्दगी का
यूँ कट जाएगा,
वक़्त
ख्वाहिशों-जरूरतों में
बंट जाएगा,
हिम्मत न हार के,
मुश्किलों के आगे
जमकर जो तू
डट जाएगा,
कर्म समर्पित
भक्ति से,
मन के विश्वास
की शक्ति से,
बादल संशय का
छंट जाएगा।
ना घुट-घुट कर जी
छोटी-मोटी
असफलता से कोई
रूतबा न तेरा घट जाएगा।
निराशा त्याग,
दीप जला
अंतर्मन की आग
बुझने से पहले
आशा का तूफान
तोड़ तट जाएगा ।
कोशिश कर
मत हार मान,
लक्ष्य होगा हासिल,
लगा दे जी-जान,
फिर देखना,
एक दिन,
किस्मत का रथ,
मेहनत से,
तेरी ओर,
पलट जाएगा।
*मोहित सोनी, तिलक मार्ग, कुक्षी, जिला-धार,म.प्र.
शब्द प्रवाह में प्रकाशित आलेख/रचना/समाचार पर आपकी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया का स्वागत है-
अपने विचार भेजने के लिए मेल करे- shabdpravah.ujjain@gmail.com
0 टिप्पणियाँ