वाणिज्य अध्ययनशाला विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा आयोजित व्याख्यान में शासकीय महाविद्यालय थांदला वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. (डॉ) जी. सी. मेहता ने उपस्थित विद्यार्थियो, शोधार्थियों , संकाय सदस्यो के समक्ष अपने अत्यंत सारगर्भित व्याख्यान में स्वरोजगार की महत्ता को प्रतिपादित किया । प्रो. मेहता ने कहा कि नौकरियों के पीछे दौड़ ही करिअर उद्देश्य नही अपितु स्वरोजगार भी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए,प्रो. मेहता ने स्पष्ट किया कि स्वरोजगार के क्षेत्र में नए सतत प्रयोगों की प्रासंगिकता है और इनमें स्टार्टअप्स अनुप्रयोगों को अमल करके हम वाणिज्य के विद्यार्थियों के करियर को उत्तरोत्तर प्रगति की दिशा में ले जा सकते है साथ ही आपने व्यक्तिगत विकास कौशल संवर्द्धन को भी उदबोधन में समाहित करते हुए वाणिज्य की नई पीढ़ी से इन्हें आत्मसात करने का आव्हान किया।
सर्वप्रथम वाणिज्य अ. शाला विभागाध्यक्ष डॉ. धर्मेन्द्र मेहता ने अतिथि स्वागत एवम व्याख्यान श्रृंखला के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर वाणिज्य अ.शा. के शिक्षक डॉ. नागेश पाराशर, डॉ. कायनात तंवर, डॉ.अनुभा गुप्ता, डॉ. रुचिका खंडेलवाल, डॉ.परिमिता सिंह,भी उपस्थित थे।इस आयोजन हेतु आगंतुक अतिथियों एवं समस्त विद्यार्थियो/शोधार्थियों के प्रति आभार प्रदर्शन वाणिज्य अ. शा. की संकाय सदस्य डॉ. नेहा माथुर ने व्यक्त किया
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