

उज्जैन शहर के साहित्यकारों ने किया मालवी बोली में काव्यपाठ और संवाद उज्जैन। मध्यप्रदेश संस्कृति संचालनालय द्वारा 14-15 सितंबर 2025 को रवींद्र भवन, भ…
हिंदी दिवस केवल एक औपचारिक आयोजनात्मक अवसर नहीं, बल्कि हमारी भाषाई अस्मिता राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक आत्मगौरव का प्रयोजनात्मक प्रतीक है। विश्व की सर्…
भोपाल । राष्ट्रभाषा हिंदी के विकास और प्रचार प्रसार के लिए लघुकथा शोध केंद्र समिति भोपाल दिनांक 14 से 30 सितंबर तक एक ऑनलाइन गूगल मीट पर महत्वपूर्ण आ…
इन्दौर । हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर साहित्य की महनीय विधा लघुकथा पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा लघुकथा मंथन 2025 का आयोजन इंदौर प्रेस क्लब में किय…
हिंदी, भारत की आत्मा का प्रतिबिंब है। यह मात्र एक भाषा नहीं, बल्कि एक भावना है, एक संस्कृति है, एक इतिहास है, जो भारत के हृदय की धड़कनों को प्रतिध्वन…
उज्जैन। साहित्यकार ,सरल काव्यांजलि ,सजग उज्जैन संस्था के महासचिव सन्तोष सुपेकर की कविता वह पेड़ ,नागपुर के आर.टी.एम. विश्वविद्यालय(राष्ट्रसंत तुकड़…
उज्जैन। भावनाओं में स्वार्थ वाला एक भी न प्रश्न हो,पांडवों सी इन्द्रियां और मन हमारा कृष्ण हो ये पंक्तियाँ गीतकार हेमंत श्रीमाल ने जैन कवि संगम उज्जै…
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